देखो भाइयों सेक्युलर पार्टियां बहुत है लेकिन कांग्रेस जैसी तो नहीं मिलेगी।
आपको बता दूँ के कांग्रेस ऐसी पार्टी है जिसने शांति का माहौल बनाने के लिए बाबरी मस्जिद का ताला तोड़वा के भी पहले क्रेडिट नहीं लिया थ।
उसने 2009 बाबरी मस्जिद ढहने वाले दोषियों की लिस्ट आने के बाद भी उस पर कोई एक्शन नहीं लिय।
नेल्ली में सिर्फ 6 घंटे में सरकारी डाटा अनुसार 2000 तथा प्राइवेट एजेंसी के डाटा अनुसार 10000-20000 लोगो के मरने पर भी दोषियों पे कोई तगड़ी एक्शन नहीं लिया बल्कि शान्ति का सन्देश देने के लिए उससे रोहिंगिया मुस्लमान कह दिय।
कई जगहों पे शान्ति का माहौल बनाने के लिए बीजेपी को सपोर्ट कर दिया तो कई जगह पे शान्ति बनाने के लिए अपने MLA को ही भेज दिया बीजेपी मे।
इसका कई उदहारण आप को चित्र में दर्शाये गए ह।
क्यों भेजे उससे उदहारण से समझाता हूँ, अभी हाल में उज्जैन में महाकाल का मंदिर विस्तार होना था जिसमे लग भाग 300 मुसलमानो के घरो को तोडना था अगर कांग्रेस ये करती तो शायद सेकुलरिज्म खतरे में आ सकता था, अतः कांग्रेस ने बीजेपी को MLA दे कर उनसे ऐसे काम करा दिए और तो और उन घर वालो को ढंग से मुआवज़ा भी नहीं मिला फिर भी शान्ति और सेकुलरिज्म के खातिर कांग्रेस ने कोई आवाज़ नहीं उठाई ।
इसी लिए कहता हूँ कांग्रेस लाओ देश में शान्ति का माहौल बना।
धन्यवाद।