टांडा विधानसभा:
समाजवादी का एक पैटर्न रहा है इस बार के एलक्शन में के जहा से भी उर्दू नाम वाले नेता इलेक्शन लड़ने जा रहे है उनका टिकट काट के एक कोई अच्छा सा हिंदी नाम को टिकट दिया है। मुज़फ्फर नगर की दास्ताँ तो जग ज़ाहिर हो चुकी है, उसी कड़ी में टांडा का भी नाम आता है, जहाँ से पूर्व विधायक स्वर्गीय हाजी अज़ीमुल हक़ पहलवान के बेटे मुसाब अज़ीम का टिकट काटा गया।
हमारे संवाद दाता की माने तो इस बार उनको टिकट मिलना तय माना जा रहा था क्यों के छेत्र में लोगो से काफी जुड़े हुए थे वो लेकिन चुके मुस्लिम तो BJP भगाने के लिए हर हाल में सपा को ही चुनेंगे शायद ऐसा सोंच के उनका टिकट काट दिया गया।
उसी सीट पर एक अच्छे से हिंदी नाम वाले को लाया गया जिसका नाम राम मूर्ति वर्मा है, जो के अकबरपुर से इससे पहले चुनाव हारे थे।
हम दरी बिछाने वाले तथा सपा के लिए दुःख की बात ये है के इसबार जनता वहाँ की जागरूक हो गयी और ऐसा लग रहा है के मुस्लिम और अन्य पिछड़ी जाती AIMIM के उम्मीदवार इरफ़ान पठान को वोट कर देगी।
ऐसे हालत में हम दरी बिछाने वालों को सबसे ज़्यादह दिक़्क़त हो रही है, देखते है के कितने लोगों से हम फिर से दरी बिछवाने में सफल हो पाते है।
चाहे जिसका भी टिकट कटे हम दरी बिछाने वाले ज़ेहनी ग़ुलाम अब भी यहीं कहेंगे, ये जवानी है क़ुर्बान अखिलेश भैया तेरे नाम।
संवाद दाता : शाहरुख़ खान